कैसे शक्कर (शुगर) कर रही है हमारे दिल को बीमार?

यह तो सब जानते हैं की शक्कर (शुगर) को एक सफ़ेद जहर माना जाता है लेकिन इसकी मिठास ही है जो हमें इसे खाने पर मजबूर करती है।

शक़्कर नुकसानदायक तो है लेकिन यह शरीर में पहुँच कर कैसे हमे और विशेषकर हमारे हृदय को नुकसान पहुँचाती है इसके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है।

शरीर और दिल पर पर क्या प्रभाव डालती है शक्कर (शुगर)

ज्यादातर लोग यह तो जानते हैं कि चीनी हमारे स्वस्थ्य के लिए नुकसानदायक है लेकिन यह नहीं जानते कि कैसे यह हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है।

शक़्कर का मीठा स्वाद एक आनंद देता है इसलिए ऐसा लगता है कि जब स्वाद में इतनी मिठास है तो शरीर के लिए भी अच्छी ही होगी। लेकिन होता इसके बिलकुल विपरीत है।

मोटापा और मधुमेह

लोगों को शायद इस बात का अहसास नहीं होगा कि दुनिया में जो मोटापे की लहर चल रही है उसके पीछे शुगर और स्टार्च से भरपूर खाने का कितना बड़ा हाथ है। इसको समझने के लिए हमें अपने शरीर की biochemistry समझने की जरूरत है कि कैसे शक़्कर हमारे शरीर में जा कर क्रिया करती है और शरीर के वसा उत्तकों में वसा के रूप में जमा होती रहती है।

हम इस बात से बिलकुल अनजान हैं कि जब भी हमारे शरीर में शक्कर जाती है तो हमारा पेन्क्रीआज़ प्रतिक्रिय स्वरुप इन्सुलिन की आवश्यक मात्रा रक्त में छोड़ता है। समय के साथ अत्यधिक शुगर का सेवन हमारे पेन्क्रीआज़ के दुरूपयोग के सामान ही होता है जिससे पेन्क्रीआज़ से निकलने वाली इन्सुलिन की मात्रा कम होती जाती है। यही परिस्थिति मधुमेह की शुरुआत होती है।

यह बात भी ज्यादातर लोगों को नहीं पता होती कि खाने में खायी जाने वाली ज्यादा शुगर की मात्रा पहले लिवर और मांसपेशियों में ग्लायकोजन के रूप में एकत्र होती रहती है। जब ग्लायकोजन की मात्रा क्षमता से अधिक होने लगती है तब लिवर में ग्लायकोजन का मेटाबोलिज्म शुरू हो जाता है।

हृदय रोग

ग्लायकोजन का मेटाबोलिज्म होना ही वह अवस्था होती है जब लिवर अधिक मात्रा में LDL cholesterol बनाने लगता है। यहाँ यह समझना जरुरी है कि LDL ( low-density lipoproteins ) cholesterol हानिकारक माना जाता है जो कि वसा उत्तकों (fatty tissues) और रक्त धमनियों में जमा होने लगता है।

सामान्य भाषा में हम यहाँ समझ सकते हैं कि अत्यधिक शुगर का सेवन वसा उत्तकों का निर्माण करता है और यही से मोटापे की शुरुआत होने लगती है।

जब हम ज्यादा मात्रा में शक़्कर का सेवन जारी रखते हैं तो धमनियां atheromatous deposits से भरने लगती है इन deposits में मैक्रोफेज कोशिकाएं, लिपिड, कैल्शियम और रेशेदार संयोजी ऊतक होते हैं। इनके भरने से हृदय की धमनियां और दिमाग की रक्त शिराएं संकरी होने लगती है। यह क्रिया निरंतर जारी रहने से हार्ट अटेक का खतरा बढ़ जाता है।

रक्त में इस तरह के अवांछित पदार्थ बढ़ने से किडनी और लिवर पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है जो कि किसी भी व्यक्ति में असामयिक मृत्यु का कारण बन सकता है।

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने सुरक्षित चीनी की मात्रा सुझायी है जिसके अनुसार पुरुषों के लिए सभी खाद्य पदार्थों से 9 चम्मच चीनी और महिलाओं के लिए सभी खाद्य पदार्थों से 6 चम्मच चीनी की दैनिक खुराक सुरक्षित मानी जाती है। Added Sugars

हम अपने रोज के सामान्य खाने को कैसे पौष्टिक बना सकते हैं?

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