कृत्रिम फिश एक्वेरियम : जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि यह एक्वेरियम कृत्रिम मछलियों का प्रयोग कर बनाया जाता है।
कोई भी फिश एक्वेरियम एक कांच का बंद डिब्बा होता है जिसमें ज़िंदा मछलियों को हम अपने मनोरंजन के लिए कैद कर के रखते हैं। एक्वेरियम में निहित क्रूरता को हम इसकी खूबसूरती के कारण देख नहीं पाते हैं।
दिखने में कोई भी एक्वेरियम चाहे कितना भी खूबसूरत क्यों न हो होता तो सिर्फ शांतिपूर्ण जीवों की तनावग्रस्त व लाचार जिन्दगी का प्रदर्शन ही है।
रंगीन फिश एक्वेरियम की बदरंगी दुनिया!
अगर हम अपने घर में यह खूबसूरत एक्वेरियम लगाना ही चाहते हैं तो इन्हें बिना सजीव मछलियों के और भी खूबसूरत और मेंटेनेंस फ्री बना सकते हैं।
कृत्रिम फिश एक्वेरियम लगाने का चरण बद्ध तरीका
कृत्रिम एक्वेरियम लगाने का तरीका बिलकुल वैसा ही होता है जैसे जिन्दा मछलियों का एक्वेरियम लगाया जाता है, बस मछलियाँ अलग होती है।
यहाँ हम एक जीवित मछलियों के एक्वेरियम को कैसे कृत्रिम एक्वेरियम में बदलते हैं इस बारे में बताएँगे।
जिन्दा मछलियों को सुरक्षित निकालना
सबसे पहला चरण होता है एक्वेरियम में उपस्थित जिन्दा मछलियों को सुरक्षित रूप से बाहर निकल कर किसी कुँए या बावड़ी में छोड़ना। अगर आपने मछलियों को कभी एक्वेरियम से नहीं निकाला है तो आप किसी पेशेवर एक्वेरियम वाले की सहायता ले सकते हैं।
मछलियों को निकल कर तुरंत किसी प्राकृतिक जल स्त्रोत जैसे कुंड या कुँए में छोड़ देना चाहिए उसके बाद एक्वेरियम लगाने का काम शुरू करें।
एक्वेरियम की सफाई
सबसे पहले एक्वेरियम का पानी निकाल कर उसकी अच्छे से सफाई की जरूरत पड़ती है।
अब आपको कृत्रिम मछलियों की जरूरत होगी जिन्हे आप पहले से खरीद कर रखें। इस तरह की मछलियां आपको अमेज़ॉन पर आसानी से मिल जाएगी।
Different types of Silicon Fishes( कृत्रिम मछलियां)
कृत्रिम फिश एक्वेरियम में मछलियाँ लगाना
अमेज़ॉन पर आपको इस तरह की बहुत सारी सिलिकॉन की कृत्रिम मछलियाँ मिल जायेगी।
इन मछलियों में एक नायलॉन का धागा लगा होता है जिसके एक सिरे पर छोटा सा suction cup होता है जिसकी सहायता से आप इसे एक्वेरियम के तल पर ग्रेवल के नीचे लगा सकते हैं। मछलियों को अपनी पसंद की जगह पर लगा दें और तल में ग्रेवल बिछा दें। यह पहले से निर्धारित कर लें की कौनसी मछली कितनी ऊंचाई पर लगानी है।
अन्य सजावटी आइटम लगाना
ग्रेवल लगाने के बाद ग्रेवल के ऊपर सजावटी आयटम रख दें। यहाँ पर एयर पंप लगाना भी जरुरी है। एयर पंप को जिस भी सजावटी आइटम से जोड़ने का विकल्प हो तो उसे पाइप की सहायता से जोड़ दें।
कृत्रिम फिश एक्वेरियम में मछलियाँ तैरती नहीं है बस अपने स्थान पर हिलती रहती है। मछलियों के इधर उधर हिलने के लिए पानी का पंप लगाना जरुरी है ताकि कृत्रिम मछलियाँ पानी के बहाव के साथ इधर-उधर हिलती रहे।
एक्वेरियम की सुंदरता बढ़ाने के लिए इसमें रंग बिरंगी लाइट जरूर लगनी चाहिए।
एक्वेरियम में पानी भरना
इस तरह के एक्वेरियम में पानी बार-बार बदलना नहीं पड़ता है इसलिए हो सके तो distilled water का प्रयोग करें अन्यथा RO water भी प्रयोग किया जा सकता है।
धीरे-धीरे पानी भरें और ऊपर तक पूरा भर दें। अब जैसे ही आप इसकी लाइट, एयर पंप और वाटर पंप चालू करेंगे आपका कृत्रिम एक्वेरियम एकदम सजीव हो उठेगा। बिलकुल इस तरह
जिन्दा मछलियों के एक्वेरियम को कृत्रिम एक्वेरियम बाद दोनों का अंतर आप देख सकते हैं।
Setting up of a compassionate aquarium